अब बिना परमिट चंद्रताल झील नहीं देख सकेंगे यात्री

Tripoto

लाहौल स्पीति घूमने वालों के लिए चंद्रताल झील हमेशा से ही घूमने की एक ख़ूबसूरत जगह रहती है। घूमने वालों की बढ़ती भीड़ देखकर और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने चंद्रताल झील पर परमिट के आधार पर सैलानियों की संख्या नियमित करने का प्लान बनाया है। इसके साथ ही पार्किंग भी सीमित होगी। कैंपिंग के लिए भी नियमित लोग ही जा सकेंगे।

समुद्र तल से 13,940 फ़ीट ऊपर कुन्ज़ुम पास के नज़दीक इस झील को 2010 में लगभग सौ पर्यटक साल भर में आते थे, वहीं पिछले कुछ सालों में इनकी संख्या हज़ारों में पहुँच गई है। अटल टनल खुलने के बाद मनाली और लाहौल स्पीति घूमने वालों की संख्या में ग़ज़ब का उछाल आया है। लाहौल स्पीति घूमने वाले पर्यटक चंद्रताल झील भी देखने जाते हैं।

कुन्ज़ुम पास के नज़दीक स्थित चंद्रताल झील बहुत ज़्यादा पर्यटकों के लिए अभी तैयार नहीं है। इसका प्रभाव झील और उसके नज़दीकी पर्यावरण पर पड़ा है।

लाहौल स्पीति के उपायुक्त पंकज राय ने मीडिया को बताया कि ऑनलाइन परमिट लागू करने से नियमित संख्या में ही लोग चंद्रताल झील देखने जा सकेंगे।

पंकज राय ने अपनी प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा, "साफ़ सफ़ाई और पर्यावरण का ख़्याल रखना हमारा पहला उद्देश्य है। लोकल निवासियों को यहाँ पर अपना काम करने की प्राथमिकता दी जाएगी। बाहर से आने वाले पर्यटकों की संख्या नियमित की जाएगी। पार्किंग के लिए जगह बनाई जाएगी, जहाँ पर पर्यटकों के लिए वॉशरूम भी उपलब्ध होंगे। गर्मियों में यहाँ पर पर्यटकों की भारी भीड़ की उम्मीद है। इसके साथ ही कुछ अधिकारी अटल टनल पर सैलानियों की संख्या और उनकी गतिविधियों पर भी नज़र रखेंगे।"

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